जिला अम्बाला का दर्शन / वर्णन |
District wise Description of Haryana State – District Ambala/ हरियाणा राज्य का जिलेवार वर्णन – जिला अम्बाला
जिला अम्बाला का दर्शन / वर्णन |
- स्थापना – 1 नवंबर, 1966
- अन्य नाम – मिक्सी सिटी, साइंस सिटी, प्राचीन नाम ‘अंबालिका’
- नामकरण – नगर की स्थापना 14वीं शताब्दी में अंबा राजपूत के द्वारा की गई थी। ‘अंबा’ भवानी देवी का नाम है, उनके नाम पर इस शहर का नाम ‘अंबाला’ पड़ा।
- मुख्यालय – अंबाला
- उपमंडल – अंबाला, बराड़ा, नारायणगढ़
- तहसील – अंबाला, बराड़ा, नारायणगढ़
- उप तहसील – अंबाला छावनी, साहा, मुलाना, शाहजहाँपुर
- खंड – अंबाला I, अंबाला II, बराड़ा, नारायणगढ़, शाहजहाँपुर, साहा
- क्षेत्रफल – 1574 वर्ग किलोमीटर
- लिंगानुपात – 963/1000 (2019 के अनुसार)
- साक्षरता दर – 81.75 प्रतिशत
- जिले में घनत्व – 772 (वर्ग किलोमीटर)
- लोकसभा क्षेत्र – अंबाला (आरक्षित)
- विधानसभा क्षेत्र – अंबाला कैंट, अंबाला शहर, नारायणगढ़, मुलाना (आरक्षित)
- 1857 की क्रांति के नेता – श्याम सिंह
- नेशनल हाईवे – 44, 5, 152, 344
प्रसिद्ध स्थल –
- मंजी साहिब गुरुद्वारा – गुरुद्वारा मंजी साहिब उस स्थान पर बनाया गया है, जहाँ सिक्खों के छठे गुरु हरगोविन्द साहिब अंबाला शहर की यात्रा के दौरान रहे थे। उन्होंने यहाँ एक बाओली का निर्माण करवाया था।
- गुरुद्वारा लखनौर साहिब – सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी की माता का जन्म स्थान होने के कारण इस गाँव को गोविंद सिंह की ननिहाल होने का गौरव प्राप्त है।
- अंबिका देवी मंदिर – कौरवों – पांडवों के समय अंबा, अंबिका और अंबालिका की याद में माँ भवानी का यह मंदिर बनाया गया था।
- दरगाह नौ गजा पीर – अंबाला शाहाबाद मार्ग पर अंबाला से 12 किलोमीटर दूर स्थित बाबा नौ गजा पीर का दर्शनीय स्थल है।
- सेंट पॉल चर्च – निर्माण 1857 में, जो भारत – पाक युद्ध के दौरान 1965 में नष्ट हो गया था।
- किंगफिशर – दिल्ली – अंबाला – अमृतसर हाईवे पर स्थित पर्यटक स्थल।
- बादशाही गुरुद्वारा – गुरु गोविंद सिंह का गुरुद्वारा।
- शारदा देवी मंदिर – यह मंदिर हिंदुओं के पवित्र मंदिरों में से एक है। इसमें माता सरस्वती पिंडी के आकार में मौजूद है।
- अंबाला एयरफोर्स बेस स्टेशन।
- टोका साहिब का गुरुद्वारा – नारायणगढ़ (अंबाला)
- सिखों के आठवें गुरु हरकिशन जी का गुरुद्वारा पंजोखड़ा साहिब।
- फ्रोजन टीयर शहीद स्मारक – अंबाला में है।
- शीशगंज गुरुद्वारा – अंबाला कैंट।
- रानी का तालाब – अंबाला कैंट।
प्रसिद्ध मेले –
- वामन द्वादशी का मेला (त्रिलोकपुर)
- तीज का मेला (पंजोखड़ा)
- शारदा देवी का मेला (त्रिलोकपुर)
- गोगा नवमी का मेला
- जन्माष्टमी का मेला
प्रमुख उद्योग –
- ग्राइंडर मिक्सर
- वैज्ञानिक उपकरण
- गैस स्टोव
- सिलाई मशीन
- शीशा उद्योग
- नारायणगढ़ शुगर मिल, बनौदी (शहजादपुर)
प्रमुख शिक्षण संस्थान –
- श्री दीवान कृष्णकिशोर सनातन र्ध्म आदर्श संस्कृत महाविद्यालय
- एस. डी. कॉलेज – यहाँ स्नातक स्तर पर कार्यालय प्रबन्ध्न की शिक्षा दी जाती है।
- गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज, अंबाला सिटी।
- महखष मार्कंडेश्वर विश्वविद्यालय, मुलाना – महखष मार्कंडेश्वर एजुकेशन ट्रस्ट की स्थापना तरसेम गर्ग ने 1993 में की थी। 1995 में ट्रस्ट ने एम.एम इंजीनियरिंग कॉलेज भी प्रारंभ कर दिया था। वर्ष 2007 में इस संस्थान को ‘महखष मार्कंडेश्वर विश्वविद्यालय’ का दर्जा दिया गया था।
नदियाँ –
- टांगरी नदी, घग्गर नदी, मारकंडा नदी
प्रसिद्ध व्यक्तित्व –
- जूही चावला (अभिनेत्री)
- परिणीति चोपड़ा (अभिनेत्री)
- ओम पुरी (अभिनेता)
- नवनीत कौर ढ़िल्लन (अभिनेत्री)
- स्व. प्रेम ध्वन (गीतकार)
- स्व. सुषमा स्वराज (राजनीतिज्ञ)
- स्व. जोहराबाई अंबालेवाली (सिंगर)
- प्रियंका चोपड़ा (अभिनेत्री)
- सुचेता कृपलानी (राजनीतिज्ञ)
- उर्वशी बुटालिया (लेखिका)
- हंसराज बहल (संगीतकार)
- मनप्रीत कौर (शॉटपुटरी)
- किश्वर देसाई (लेखिका)
- प्रीति सिंह (लेखिका)
- लोकेश चंद्रा (बुद्धिजीवी)
- अनिल विज (राजनेता)
- विशंभर नाथ (लेखक)
- स्व. दुनीचन्द (स्वतंत्रता सेनानी)
- रतनलाल कटारिया – लोकसभा सांसद
- कुमारी शैलजा – राज्यसभा सांसद, सबसे कम उम्र की पहली महिला मंत्री हरियाणा की।
महत्वपूर्ण बिंदु –
- गांधीजी अंबाला में 8 मार्च, 1921 को आए थे।
- नाथूराम गोडसे को 15 नवंबर, 1949 को अंबाला जेल में फांसी दी गई थी।
- अंबाला छावनी की स्थापना 1843 ईस्वी को हुई।
- अंबाला को रेलवे लाइन से 1880 में जोड़ा गया था।
- पक्की सड़कों का सर्वाधिक घनत्व अंबाला में है।
- देश के अंदर वैज्ञानिक उपकरणों का 20% निर्यात अंबाला से होता है।
- साहा अंबाला में विकास केन्द्र की स्थापना की गई है।
- आर्यों का प्रथम स्थाई निवास अंबाला को माना जाता है।
- 10 में से 2 सीटें रिजर्व (सिरसा व अंबाला)
- 1842 में अंबाला को शिमला के अधीन किया गया था।
- 1989 में जगाधरी को अलग किया और यमुनानगर में मिला दिया गया।
- 1857 की क्रांति में शहीदों की याद में 22 एकड़ जमीन पर शहीद स्मारक NH – 1 पर बनाया गया है।
- मुरलीधर ने असहयोग आंदोलन के कारण अपनी रायबहादुर की उपाधि लौटा दी थी।
- सनातन धर्म की पहली शाखा अंबाला में खुली थी।
- 1909 में क्रांतिकारी आंदोलन का मुख्य केन्द्र अंबाला था।
- साहा फूड पार्क अंबाला में है व सिरसा (डबवाली) में भी है।
- हल्दी व आम का उत्पादन सर्वाधिक होता है।
- सम्राट अशोक का टोपरा स्तंभ अंबाला से मिला।
- 1857 की क्रांति की शुरुआत अंबाला से हुई थी।