जिला झज्जर का दर्शन / वर्णन |
District wise Description of Haryana State – District Jhajjar / हरियाणा राज्य का जिलेवार वर्णन – जिला झज्जर
जिला झज्जर का दर्शन / वर्णन |
- स्थापना – 15 जुलाई, 1997
- अन्य नाम – शहीदों का शहर, सैनिकों का घर
- नामकरण – छज्जू राम नाम के व्यक्ति के अनुरोध पर मोहमद गौरी ने छाजुनगर बसाया था, जो आगे चलकर झज्जर हो गया।
- मुख्यालय – झज्जर
- उपमंडल – झज्जर, बेरी, बहादुरगढ़
- तहसील – झज्जर, बहादुरगढ़, मातनहेल, बेरी
- उप तहसील – साल्हावास
- खंड – झज्जर, बहादुरगढ़, बेरी, मातनहेल, साल्हावास
- क्षेत्रफल – 1834 वर्ग किलोमीटर
- लिंगानुपात – 914/1000 (2019 के अनुसार)
- साक्षरता दर – 80.65 प्रतिशत
- जिले में घनत्व – 523 (वर्ग किलोमीटर)
- लोकसभा क्षेत्र – रोहतक
- विधानसभा क्षेत्र – झज्जर, बेरी, बहादुरगढ़, मातनहेल
- 1857 की क्रांति के नेता – अब्दुर्हमान
- नेशनल हाईवे – 9, 352
- अलग होकर बना – रोहतक
प्रसिद्ध स्थल –
- गुरुकुल झज्जर – यहाँ देश-विदेश के पुराने सिक्के व बर्तनों का संग्रह है।
- पुरातात्विक संग्रहालय – यह हरियाणा का सबसे बड़ा संग्रहालय है। इस संग्रहालय की स्थापना वर्ष 1959 में आचार्य भगवान देव उर्फ स्वामी ओमानंद सरस्वती ने की थी। गुरुकुल झज्जर की स्थापना 16 मई, 1915 को महाशय विशंभर दास स्वामी परमानंद और स्वामी ब्रह्मानंद के द्वारा की गई थी।
- कांच की मस्जिद – रोहतक से 22 किलोमीटर दूर झज्जर मार्ग पर ग्राम दुजाना में स्थित इस प्राचीन मस्जिद का निर्माण 200 वर्ष पूर्व सैयद हाफिजउद्दीन नामक काजी ने करवाया था।
- भिंडावास पक्षी विहार – यह विहार झज्जर से लगभग 15 किलोमीटर दूर पहल गाँव में है। यहाँ देश – विदेश से 250 प्रकार के पक्षी आते हैं। इसकी स्थापना 2009 में की गई थी। यहाँ भिंडावास झील भी है।
- निराचा धाम बेरी – इसे बाबा भगवान दास आश्रम के नाम से भी जाना जाता है।
- डीघल गाँव का शिवालय – यह प्राचीन शिवालय है। इस मंदिर का निर्माण कार्य साहूकार लाला धनीराम ने शुरू किया था। एक ऊंची चोटी पर नागर शैली में बने शिवालय को बनाने के लिए ब्रह्मा भाग, विष्णु भाग तथा सबसे ऊपर शिवभाग की कल्पना की गई थी।
- बेरी का रूढ़मल मंदिर – इस प्राचीन मंदिर में चारों ओर 24 अवतारों के शिल्प बनाए गए हैं। मंदिर निर्माण 1892 में लाला रूढ़मल, सूरजभान और गिरधारी लाल नामक तीन भाइयों ने करवाया था।
- भीमेश्वरी देवी का मंदिर – यह महाभारत काल का प्राचीन मंदिर है।
- बुआ का गुंबद – इस मंदिर का निर्माण मुस्तफा कलोल की बेटी बुआ ने अपने प्रेमी की स्मृति में करवाया था। इसके पास एक तालाब का निर्माण भी किया गया है।
- गौरैया पर्यटक स्थल – यह NH – 10 पर बहादुरगढ़ में स्थापित किया गया है।
- खापरवास वन्यजीव अभयारण्य (1991) – झज्जर।
प्रसिद्ध मेले –
- घोड़ों का मेला – बेरी गाँव, झज्जर
- संत गरीबदास का मेला – धुड़ानी गाँव, झज्जर
- जहाजगढ़ का मेला – हरियाणा के बहादुरगढ़ में पशुओं का सबसे बड़ा मेला लगता है।
प्रमुख उद्योग –
- मशीन उपकरण
- ऑटोमोबाइल पार्ट्स
- डीजल इंजन
- ग्लास इक्यूपमेंट
- रिलैक्सो पुफटवेयर्स लिमिटेड
- सूर्या रोशनी लिमिटेड
- पारले बिस्वुफट लिमिटेड
- श्री कृष्ण पेपर मिल एंड प्राइवेट लिमिटेड
- स्टील पाइप उद्योग
- पैनासोनिक टेक्नोपार्क
प्रमुख शिक्षण संस्थान/शोध संस्थान –
- झज्जर में कैंसर शोध संस्थान, झज्जर AIIMS 2 है।
- आणविक सुरक्षा दक्षता संस्थान झज्जर में है।
- हरियाणा में हिंदी माध्यम की प्रथम पाठशाला की स्थापना झज्जर में 1914 में हुई।
नदियां –
- साहिब और कृष्णावती
विद्युत परियोजना –
- इंदिरा गांधी थर्मल तापीय विद्युत परियोजना।
- महात्मा गांधी थर्मल तापीय विद्युत परियोजना।
प्रसिद्ध व्यक्तित्व –
- पंडित भगवत दयाल शर्मा – हरियाणा के पहले मुख्यमंत्री। इससे पहले उड़ीसा व उत्तर प्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके हैं।
- जनरल दलबीर सिंह सुहाग – भारत के सेनाध्यक्ष, झज्जर (गाँव विशन)
- मानुषी छिल्लर – मिस वर्ल्ड 2017।
- दीनदयाल शर्मा – झज्जर सनातन धर्म के प्रचारक।
- वीरेंद्र सहवाग – क्रिकेटर।
- कुसुम – किक बॉक्सिंग, गोयला कला (बहादुरगढ़), गोल्ड मेडलिस्ट
- मनु भाकर – शूटिंग (गाँव दृगोरिया) गोल्ड मेडलिस्ट
- पंडित श्रीराम शर्मा – कांग्रेस सत्याग्रह में 7 वर्ष का कारावास काटा था। ये ‘हरियाणा का इतिहास’ व ‘हरियाणा के नवरत्न’ पुस्तकों के लेखक भी हैं।
- बजरंग पूनिया – अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कुश्ती पहलवान
- रविन्द्र सिंह सांगवान – कुश्ती पहलवान
- सुनील डबास – राष्ट्रीय महिला कबड्डी टीम की कोच, पद्मश्री से सम्मानित।
- कप्तान बलवान सिंह – महावीर चक्र (1999)
- सूबेदार होशियार सिंह – वीर चक्र (1988)
- कर्नल दलवीर सिंह – वीर चक्र (1988)
- विंग कमांडर जगमोहन नाथ – महावीर चक्र (1962)
- बालमुकुंद गुप्त – हरियाणा के महान देशभक्त का जन्म 1862 में झज्जर में हुआ।
महत्वपूर्ण बिंदु –
- प्राचीन नाम – छज्जु नगर
- बहादुरगढ़ को पहले ‘सराफाबाद’ के नाम से जाना जाता था।
- झज्जर के तीन लोगों को विक्टोरिया क्रॉस से सम्मानित किया गया है – हवलदार उमराव सिंह चौधरी, बदलू राम और कैप्टन रामस्वरूप
- धमाल नृत्य यहाँ का लोकप्रिय है। चांदनी रात में खुले मैदान में करते हैं।
- बेरी को पहले धनाढ्य लोगों का शहर कहा जाता था। बेरी में दो भीषण लड़ाइयां लड़ी गई थी – 1. प्रथम लड़ाई सन् 1794 में जाटों व जार्ज थॉमस (विजयी) के बीच। 2. दूसरी लड़ाई 1801 में सिखों व मराठों की सेना के विरुद्ध।
- हरियाला – हरियाणा का पहला समाचार पत्र दीनदयाल उपाध्याय द्वारा निकाला गया था।
- झज्जर में हरियाणा का सबसे बड़ा संग्रहालय है।