जिला कैथल का दर्शन / वर्णन |
District wise Description of Haryana State – District Kaithal / हरियाणा राज्य का जिलेवार वर्णन – जिला कैथल
जिला कैथल का दर्शन / वर्णन |
- स्थापना – 1 नवंबर, 1989
- अन्य नाम – हरियाणा की छोटी काशी, कपिल मुनि की नगरी, गुरुद्वारों का शहर। प्राचीन नाम ‘कपिस्थल’
- नामकरण – कपिल ऋषि के नाम पर कैथल पड़ा
- मुख्यालय – कैथल
- उपमंडल – कैथल, गुहला, कलायत
- तहसील – कैथल, गुहला, कलायत, फतेहपुर, पुंडरी
- उप तहसील – राजौंद, ढांड, सीवन
- खंड – गुहला, कैथल, राजौंद, सीवन, कलायत, पुंडरी
- क्षेत्रफल – 2471 वर्ग किलोमीटर
- लिंगानुपात – 919/1000 (2019 के अनुसार)
- साक्षरता दर – 69.15 प्रतिशत
- जिले में घनत्व – 464 (वर्ग किलोमीटर)
- लोकसभा क्षेत्र – कुरुक्षेत्र
- विधानसभा क्षेत्र – कैथल, पुंडरी, कलायत, गुहला
- नेशनल हाईवे – 152
- अलग होकर बना – करनाल से
प्रसिद्ध स्थल –
- रजिया सुल्तान का मकबरा – इल्तुतमिश की पुत्री रजिया और उसके पति का कत्ल उसी के सरदारों द्वारा कैथल के निकट कर दिया गया था। भारत की सम्राज्ञी रजिया का मकबरा कैथल में बना हुआ है। मृत्यु 1240 ईस्वी में।
- नवग्रह कुंड – महाभारत के समय भगवान श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर के हाथों नवग्रह यज्ञ करवाकर नवग्रह कुंड का निर्माण करवाया था। इन कुंडों के स्नान के महत्व के कारण ही इसे ‘छोटी काशी’ कहा जाता है। नवग्रह कुंड – सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु, केतु आदि कुंड हैं।
- ग्यारह रुद्री शिव मंदिर – इस मंदिर में महाभारत काल में अर्जुन ने शिव को प्रसन्न करने के लिए तप किया और उनसे पाशुपतास्त्रा प्राप्त किया।
- अंबिकेश्वर महादेव मंदिर – यह मंदिर बहुत प्राचीन है।
- मीरा नोबाहर पीर की मजार, गुहला चीका – यह मजार 960 वर्ष पुरानी बताई जाती है। बाबा मीरा को बड़ा पीर भी कहा जाता है।
- पुंडरीक सरोवर – यहाँ पर पुंडरीक ऋषि का तपस्थली आश्रम था।
- गुरुद्वारा नीम साहिब – यह गुरुद्वारा सिक्खों के नवें गुरु तेग बहादुर साहिब जी को समर्पित है।
- गुरुद्वारा मंजी साहिब – यह गुरुद्वारा सिक्खों के छठे और दसवें गुरु हरगोविन्द व गुरु गोविन्द सिंह को समर्पित है।
- गीता मंदिर – पुंडरीक तीर्थ पर जाते समय विशाल चबूतरों के पास विशाल गीता मंदिर बना हुआ है।
- अंजनी का टीला – कैथल को हनुमान का जन्मस्थल माना जाता है। हनुमान की माता अंजनी को समखपत अंजनी का टीला एक दर्शनीय स्थान है।
- कोयल रिसोर्ट कैथल में है।
- सरस्वती वन्य जीव अभयारण्य (1988) कैथल में है। यह हिरणों के लिए प्रसिद्ध है, इसे सोनसर जंगल भी कहते हैं।
- बाबा साहब लाल की मजार कैथल में है।
- बालू का टिब्बा कैथल में स्थित है।
प्रसिद्ध मेले –
- वामन द्वादशी का मेला
- देहाती मेला (लदाना मेला)
- फल्गु का मेला – फरल गाँव, कैथल
- पुंडरीक का मेला – कैथल
प्रमुख शिक्षण संस्थान –
- राधाकृष्ण सनातन धर्म कॉलेज – यह कैथल का सबसे पुराना कॉलेज है। 1954 में स्थापना हुई।
- इंदिरा गांधी महिला महाविद्यालय – इसकी स्थापना 1970 में हुई।
- नीलम यूनिवर्सिटी – कैथल।
- हरियाणा का पहला पशु विज्ञान केन्द्र हरियाणा में है।
नदियाँ –
- सरस्वती व घग्घर
प्रसिद्ध व्यक्तित्व –
- ममता सोढ़ा – पर्वतारोही
- मधु शर्मा – गायिका
महत्वपूर्ण बिंदु –
- इंदौर स्टेडियम, महाराजा सूरजमल जाट स्टेडियम कैथल में स्थित है।
- कैथल के लोगों ने 1857 में स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भूमिका निभाई।
- गुलाब फूल का उत्पादन सर्वाधिक कैथल में होता है।
- वृद्ध केदार झील कैथल में है।
- पुराणों के अनुसार कैथल की स्थापना युधिष्ठिर ने की थी।
- हरियाणा का कैथल जिला ऐसा है, जहाँ पर गुरु ग्रंथ साहिब और रामायण एक साथ पढे़ जाते हैं।