मुगलकाल

  • मुगल मध्य एशिया (उजबेकिस्तान) से आये थे ।

बाबर

  • जन्म 1483 ई.
  • जन्मस्थान फरगना (उजबेकिस्तान)
  • 1501 ई. में समरकन्द को जीता किन्तु यह वापिस इसके हाथ से निकल गया ।
  • 1505 ई. में मुल्तान जीता ।
  • 1507 में (बादशाह) की उपाधि धारण की
  • 1519 ई. में भेरा व बाजोर (पंजाब) के किले जीते
  • भारत में पहली बार बारूद का प्रयोग किया ।
  • भारत पर आक्रमण करने से पहले बाबर ने काबुल बुखारा खुरासान और समरकंद पर विजय प्राप्त की ।
  • तीसरा आक्रमण 1520 ई. में हुआ और सियालाकोट उसके अधीरकाट में आ गया था।
  • पानीपत का प्रथम युद्ध : 1526 बाबर और  इब्राहिम लोदी
  • इस युद्ध के बाद काबूल वासियों को 1 – 1 चाँदी का सिक्का दान में दिया, इस कारण बाबर को ” कलन्दर” कहते है।
  • 1527 ई. खानवा का युद्ध :- बाबर बनाम सांगा और  ने विजय प्राप्त की।
  • 1528 ई. चंदेरी का युद्ध :- बाबर और  ममेदिनीराय बाबर ने विजय प्राप्त की ।
  • 1529 ई. घाघरा का युद्ध :- बाबर और  अफगान बाबर ने विजय प्राप्त की ।
  • 1530 ई. मृत्यु
  • आत्मकथा :- बाबरनामा (तुजुक ए बाबरी भी कहते है।) तुर्की भाषा में

हुमायूँ

  • बाबर के सबसे बडे पुत्र हुमायूँ का जन्म 6 मार्च 1508 ई. को काबुल में हुआ था उसकी माँ साहम सुल्तान थी ।
  • हुमायूं ने अपना राज्य अपने भाईयों में बाँट दिया ।
  1. कामरान काबुल
  2. हिन्दाल – मेवात
  3. अस्करी सम्भल (यू.पी.)
  • यह अंधविश्वासी था । (7 दिन-7 रंग के कपडे) ।
  • अफीम का आदी ।

अभियान

  1. कालिंजर अभियान 1531 ई.
  2. चूनार का घेरा 1532 ई.
  3. दौहरीया के युद्ध में अफगानों को पराजित किया । (1532)
  4. गुजरात पर आक्रमण -बहादुर शाह 1535 ई. हुमायू v/s
  5. चूनार का घेरा – 1535 ई. शेरशाह चूनार छोडकर बंगाल की तरफ चला गया । हुमायूँ ने बंगाल पहुँचकर जनताबाद नाम से बसाया
  6. 1539 ई. चौसा का युद्ध :- हुमायूँ बनाम शेरशाह सूरी (शेर खाँ/फरीद)
  7. हुमायूँ कर्मनासा नदी में कूदकर जान बचाई । एक भिश्ती निजाम झक्का ने इसकी जान बचाई ।
  8. हुमायूँ ने चिश्ती को एक दिन का बादशाह बनवाया तब चिश्ती ने
  9. “चमडे के सिक्के” चलवाये एवं अपने नाम का खत्वा पढवाया ।
  10. 1540 कन्नौज का युद्ध/बिलग्राम का युद्ध हुमायूँ बनाम शेरशाह सूरी
  11. हुमायूँ इस युद्ध में पराजित हुआ तथा भागकर अमरकोट चला गया ।
  12. 1545 पारस के शाह की मदद से काबुल पर अधिकार दिया ।
  13. 1555 ई. मच्छीवाडा का युद्ध, सरहिन्द का युद्ध इन युद्धों में हुमायूँ ने अफगानों को हराकर दिल्ली पर पुनः कब्जा कर दिया ।
  14. 1556 ई. दीनपनाह महल में मृत्यु (गिरने के कारण)

शेरशाह सूरी

  • बचपन का नाम फरीद
  • जन्म बैजवाडा (होशियारपुर पंजाब)
  • शिक्षा – जौनपुर
  • प्रशासनिक शिक्षा ख्वारुपुर
  • फरीद के पिता को ख्वासपुर एवं सासाराम की जागीर मिली हुई थी । बहार खाँ नुहानी ने फरीद को शेर खाँ की उपाधि दी ।
  • शेरखाँ ने हजरत-ए-आला की उपाधि ग्रहण की और दक्षिण बिहार का वास्तविक शासक बना ।
  • 1530 में एक विधवा लाड बेगम से विवाह किया । दहेज में इसे चूनार का किला मिला था ।

अभियान

  • 1541 गम्बरों के विरुद्ध
  • 1541 मालवा के विरुद्ध
  • 1542 रायसीन के विरुद्ध :- शासक-पुरनमल
  • 1544 गिरी-सुमेल का युद्ध / जैतारण का युद्ध :-शेरशाह सूरी बनाम मालदेव मालदेव की सेना का नेतृत्व जैता एवं कुंपा ने किया
  • 1545 कालिंजर अभियान :- शेरशाह सूरी v/s कीरत सिंह

स्थापत्य कला

  1. इसने पटना शहर को बसाया ।
  2. दिल्ली में किला ए कुहना मस्जिद का निर्माण करवाया ।
  3. लाल दरवाजे का निर्माण करवाया ।
  4. रोहतासगढ़ किले का पुनर्निमाण करवाया ।
  5. उत्तर-पश्चिमी सीमा पर रोहतासगढ किले का निर्माण करवाया ।
  6. शेरशाह सूरी का मकबरा – सासाराम
  7. इसके सिक्के 23 टकसाले थे इसके सिक्को पर पारसी भाषा के साथ-साथ नागरी लिपी अंकित थी।
नोट
  1. टोडरमल इसके दरबार में था ।
  2. प‌द्मावत का लेखक = मलिक मोहम्मद जायसी
  3. अब्बास खाँ शरबानी इसके दरबार में था ।

पुस्तक
  1. तारीख ए शेरशाही
  2. तोहफा ए अकबर शाही 
अकबर (1556-1605 ई.)
  • जन्म – 15 अक्टूबर 1542 अमरकोट में राणा वीरसाल के यहाँ ।
  • संरक्षक बाबा) मुनीम खाँ प्रथम, बैराम खाँ (द्वितीय-खान बाबा )

पानीपत का दूसरा युद्ध -1556

  • अकबर (बैराम खाँ) v/s हेमू – मारा गया
  • पानीपत के युद्ध में अकबर ने गाजी की उपाधि धारण की।
  • 1560 तक सभी शक्तियाँ बैराम खाँ के पास
अकबर ने बैराम खाँ के समक्ष 3 प्रस्ताव रखे :-
  1. काल्पी एवं चंदेरी की सुबेदारी
  2. बादशाह के गुप्त मामलों को देखना
  3. हज यात्रा

 

  • बैराम खाँ ने विद्रोह कर दिया ।
  • बैराम खाँ की हज यात्रा के दौरान पाटन (गुजरात) में हत्या कर दी ।
  • सन् 1560 से 1562-पेटीकोट शासन
  • सन् 1562 आदम खाँ का मालवा अभियान (बाज बहादुर-रूपमती) 1562 में ही आदम खाँ की मृत्यु ।
अभियान

1568 चितौडगढ़ :- जयमल एवं फत्ता लडते हुए मारे गये । अकबर ने लगभग 30000 लोगों की हत्या की।

1572-73 : गुजरात अभियान

  1. अकबर ने गुजरात के शासक मुजफ्फर III को पराजित किया ।
  2. इतिहासकार स्मिथ ने गुजरात अभियान को विश्व का सबसे द्रुत गति से किया गया अभियान बताया है
  3. सीकरी का नाम फतेहपुर सीकरी कर दिया ।
  4. 1570 नागौर दरबार :- राजपुताना के अधिकांश शासकों ने अकबर की अधीनता स्वीकार कर ली (अपवाद-चन्द्रसेन व प्रताप) (चन्द्रसेन दरबार में गया)
  5. 1576 हल्दीघाटी युद्ध अकबर बनाम प्रताप में हुआ ।
  6. जहांगीर ने मेहरुन्निसा से 1611 ई. में विवाह किया ।
  7. गुलाब से इत्र बनाने की विधि नूरजहाँ कि माता अस्मत बेगम ने चलाई थी।
  8. 1581 काबूल अभियान मिर्जा हकीम ने विद्रोह किया अकबर ने बख्तुनीशा को सूबेदार नियुक्त किया
  9. 1585 में मानसिंह को वहाँ का सूबेदार बनाया ।
  10. 1586 कश्मीर अभियान बीरबल युसुफजाई कबीले से लडता हुआ मारा गया ।
  11. 1591 सिन्ध का अभियान ।
  12. 1592 उडीसा का अभियान ।
  13. 1595 कंधार का अभियान ।
  14. 1601 खानदेश (अन्तिम अभियान) अकबर ने इस किले को “सोने की चाबियों” से खोला ।
  15. गुरु अब्दुल लतीफ का प्रभाव था ।
  16. शेख सलीम चिश्ती (सूफी सन्त) का शिष्य था ।
  17. 1575 में इबादत खाना स्थापना ।
  18. 1578 अन्य धर्म के विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया। इसमें निम्न ने भाग लिया ।
  19. हिन्दु देवी व पुरुषोतम
  20. पारसी दस्तुरजी मेहरजी राणा
  21. जैन जिन प्रभु सुरी व हरि विजय
  22. इसाई मॉन्सेरात व एक्वाबीवा
  23. 1582 दीन ए ईलाही या तौहिद ए ईलाही धर्म की स्थापना
  24. अकबर इसका धार्मिक प्रमुख था ।
  25. अबुल फजल को प्रधान पुरोहित बनाया गया ।
  26. शारत – धर्म स्वीकार किया था ।
  27. सिक्ख गुरू रामदासजी को 500 बीघा जमीन दी जहाँ पर गुरु अर्जुन देव जी ने अमृतसर बसाया, एवं हर मन्दिर (Golden Temple) बनवाया ।
  28. विठ्ठल नाथ (वल्लभाचार्य का पुत्र) को गोकूल एवं जैतपुरा जागीर दी थी ।
  29. अकबर की धार्मिक नीति को “सुलह-ए-कुल” की नीति भी कहते है।

अकबर के नवरत्न

  1. तानसेन
  2. महेश दास (बीरबल)
  3. अबुल फजल
  4. हकीम फकीर
  5. टोडरमल
  6. अब्दुर्रहीम खान खाना
  7. मानसिंह
  8. मुल्ला दो प्याजा
  9. भगवंत दास
  10. अकबर ने सुलह ए कुल नीति को अपनाया ।
  11.  1562 :- युद्ध बंदियों के धर्मातरण पर रोक ।
  12. 1562 :- दास प्रथा पर रोक ।
  13. 1563 :- तीर्थयात्रा कर को समाप्त किया ।
  14. 1564 :- जजिया कर समाप्त ।
  15. 1575 :- इबादतखाने की स्थापना
  16. मुस्लिम विद्वानों को आमंत्रित किया गया ।
  17. 1578: धर्म संसद की स्थापना
  18. अकबर ने इन्हे दरबार में अग्नि जलाने की अनुमति दी।
  19. जैनः – (a) हरिविजय सूरि (b) जिनचन्द्र सूरि
  20. ईसाईः – (a) एक्वाबीवा

जहाँगीर (1605-1627)

  • वास्तविक नाम -सलीम
  • अकबर इसे “शेखुबाबा” कहकर बुलाता था ।
  • राज्याभिषेक के समय 12 घोषणाएँ की।
  • न्याय की जंजीर लगवायी (सोने की 66 घंटिया धी)
  • आगरा किले के ‘मुरुम्मन’ बुर्ज पर लगवायी ।
  • 1606 में खुसरो ने विद्रोह कर दिया ।
  • सिक्खों के पाँचवे गुरु अर्जुन देव जी ने इसे भाशीर्वाद दिया था । जहाँगीर ने गुरु अर्जुन देव जी को मृत्युदण्ड दे दिया ।
  • 1615 सर टॉमस से भारत द्वाया । 1616 में जहाँगीर से अजमेर में मिला। जहाँगीर ने इसे व्यापारिक रियायते दी । तम्बाकु की खेती इसी समय प्रारम्भ हुई। बाद में प्रतिबन्ध लगा दिया ।
  • 1615 की। शहजादा खुर्रम ने मेवाड के साथ सन्धि
  • जहांगीर ने गुरूद्‌दीन की उपाधि धारण की ।
  • जहांगीर ने निसार नामक सिक्को का प्रचलन किया ।
गुर ए जहाँ (नूरजहाँ) :-
  • वास्तविक नाम मेहरुन्नीसा जहांगीर की पत्नी जो राज कार्यों में हस्तक्षेप करती थी ।
  • जहांगीर ने मेहरुन्निसा से 1611 ई. में विवाह किया ।
  • शाहजहाँ ने विद्रोह (1622 ई.) कर दिया ।

शाहजहाँ (1627-1658 ई.)

  • शाहजहाँ ने अबुल मुजफ्फर शहाबुद्दीन मुहम्मद साहिब किरण-ए-सानी कि उपाधि धारण कर सिहांसन पर बैठा था ।
  • आगरा के ताजमहल का निर्माण शाहजहाँ ने करवाया था ।
  • शाहजहाँ ने ताजमहल का निर्माण अपनी बेगम मुमताज कि याद में करवाया था ।
  • ताजमहल का मुख्य स्थापत्य कलाकार उस्ताद अहमद लाहोरी था ।
  • शाहजहाँ के शासनकाल को स्थापत्य कला का स्वर्णकाल माना जाता है।
  • आसफ खाँ ने खुसरों के पुत्र दाबरबख्श को आगरा में बादशाह बनाया ।
  • शाहजहाँ ने शहरयार, दाबरबख्श एवं मुगल परिवार के सभी सदस्यो (पुरुषो) की हत्या कर दी।
  • खान-ए-जहाँ लोदी का विद्रोह :- यह मालवा का सुबेदार था ।
  • पुर्तगालियों का विद्रोह (1631-32) दमन कर दिया गया ।
  • 1631 व 32 में भयंकर अकाल पडा । जिसका वर्णन “पीटर मुण्डी” करता है। अब्दुल हमीद लाहौरी अकाल राहत कार्यों की जानकारी देता है।

उत्तराधिकार संघर्ष

  • दारा पराजित होकर बलूचिस्तान चला गया ।
  •  वहाँ से गिरफ्तार कर मुकदमा चलाया गया । 
  • दारा को हुमायूं के मकबरे में दफनाया गया ।

औरंगजेब (1658-1707 ई.)

  • जन्म 1618 ई. (योहाद गुजरात) में
  • गुरू – मीर मोहम्मद हकीम
  • औरंगजेब को अन्य नाम जींदा पीर भी कहा जाता है।
  • इसे “शाही दरबेश एवं जिन्दा पीर” कहा जाता था
  • कुछ इतिहासकार इसे धर्माधं बताते है जबकि धार्मिक नीतियों का पालन करना इसकी मजबूरी थी ।
  • बचपन नूरजहाँ के पास बीता था ।

अभियान

  • मीर जुमला को बंगाल का सूबेदार नियुक्त किया गया
  • मीर जुमला ने भासाम के अहोमों के विरुद्ध अभियान चलाया ।
  • शाईस्ता खां को बंगाल का गवर्नर बनाया गया 1660 में शाइस्ता खान को दक्कन भेजा गया था शिवाजी को नियंत्रित करने के लिए ।
  • आरम्भ में इसे सफलता मिली लेकिन 1663 में शिवाजी ने पूना पर आक्रमण किया।
  • शाईस्ता खान पराजित होकर भाग गया ।
  • गौरंगजेब ने मिर्जा राजा जयसिंह को भेजा पुरन्दर की संधि 1665 शिवाजी व मिर्जा राजा जयसिंह के बीच शिवाजी ने अधीनता स्वीकार कर ली |
विद्रोह
1. जाटों का विद्रोह
  • मथुरा के आस पास के किसानों ने गोकुल के नेतृत्व में विद्रोह किया ।
2. सतनामी विद्रोह 
  • मेवात एवं हरियाणा के क्षेत्रों में सतनामी साधु निवास करते थे ।
  • सतनामी शाखा की स्थापना “वीरभान” ने की थी ।
  • सतनामियों को मुंडिया कहा जाता था ।
3. सिक्खों का विद्रोह (1675)
  • औरंगजेब ने गुरु तेगबहादुर जी को मृत्यु दण्ड दिया था (दिल्ली के चाँदनी चोक में) वहाँ शीशगंज गुरुद्वारा बना हुआ है।
  • 1681 में औरंगजेब के पुत्र अकबर ने अजमेर में विद्रोह कर दिया था ।
  • औरंगजेब स्वयं वीणावादक धा अकबर नगाडा वादक था
  • (संगीत घराने, चित्रकला विकशित)
  • मीर बक्शी शाही सेना का प्रमुख (मुख्य सेनापति नही)
मनसबदारी व्यवस्था :-
  • मुगलों की एक प्रशासनिक व्यवस्था थी।
  • यह दशमलव प्रणाली पर अधारित थी ।
  • मनसब 10 से 10,000 तक होते थे ।
स्थापत्य कला :-
  • हिन्दू-इस्लामिक श्रेणी का पूर्णतया विकास हो चुका था ।
बाबर :-
  1. पानीपत की ईटों की मस्जिद
  2. आगरा की मस्जिद
  3. आगरा में आरामबाग
  4. सम्भल की मस्जिद
हुमायूं :-
  • दिल्ली में दीन पनाह की स्थापना (यही मृत्यु)
अकबर
1. फतेहपुर सीकरी का निर्माण
  • यह इबादत खाना धी (रविवार को) इसमें 36 कोष्ठक के स्तम्भ है, जिसे विश्व वृक्ष कहा जाता है
  • ज्योतिष की छतरी – हिन्दू शैली में निर्मित
पंचमहल
  • पिरामिडनुमा पाँच मंजिला इमारत
  • दीवारे नही केवल स्तम्भों से निर्मित
तुर्की सुल्ताना का महल
  • लाल बलुआ पत्थर अत्यन्त सुन्दर कार्य
  • सीकरी की सुन्दरतम इमारत
  • यह सारी इमारते एक ही परिसर में है।
  • इनका वास्तुकार – बहाऊदीन
1. जामा मस्जिद (सीकरी)
  • इसका द्वार “बुलन्द दरवाजा कहलाता है।
  • गुजरात विजय के बाद अकबर द्वारा निर्माण एवं सीकरी का नाम फतेहपुर सीकरी रखा था ।
  • शेख सलीम चिश्ती की दरगाह भी मध्य में ही है
  • इस्लाम शाह सूर का मकबरा भी यही है।
2. हुमायूँ का मकबरा दिल्ली
  • अकबर की माँ ने बनवाया (हाजी बेगम ने )
  • वास्तुकार मिश्ख मिर्जा ग्यास
  • चार बाग शैली में निर्मित दोहरा गुंबद है।
3. आगरा का लाल किला
  • वास्तुकार – कासिम खां
  • पहले यहाँ पर बादलगढ नाम से खण्डर थे ।
  • किले के 2 द्वार है।
  • अमर सिंह गेट (खुला)
  • दिल्ली दरवाजा
  • दीवाने हाम खास महल दीवाने खास आदि इमारतें
  • जहाँगीर महल भी इसी किले में है। इसका निर्माण जहाँगीर ने करवाया । “शहतीर शैली” में निर्मित हुआ ।
मोती मस्जिद भी –
  • शाहजहाँ ने निर्माण कराया ।
4. लाहौर का किला
5. इलाहाबाद का किला
6. अजमेर का मैग्जीन किला
  • यह शस्त्रागार था (मुगलो का)
  • सबसे सुरक्षित किला माना गया था ।

जहाँगीर

  1. अकबर का मकबरा – सिकन्दरा, 5 मंजिला इमारत, गुम्बद विहीन
  2. मरीयम का मकबर – सिकन्दरा
  3. अब्दुल रहिम खान- खाना का मकबरा दिल्ली
  4. त्माद उद दौला का मकबरा आगरा – अस्मत बेगम, आसफ खाँ की कब भी यही है।

 

  • पित्रा दयूरा (पत्थरों में हीरा मोती का कार्य) (In lay) का प्रयोग पहली बार इसी इमारत में किया गया ।
  • इसे बेबी ताज (BABY TAJ) कहते है।

शाहजहाँ

  • “स्थापत्य कला का स्वर्णकाल”
  • लाल बलूला पत्थर के साथ में मकराना मार्बल का भी प्रयोग किया गया है।

1. ताजमहल

  • हिन्दू – इस्लामिक शैली का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है
  • अंग्रेजी इतिहासकारों के अनुसार ऐरोनियो व वेरोनियो (इटली) इसके वास्तुकार थे ।
  • वास्तुकारः उस्ताद अहमद लाहौरी
2. दिल्ली का लाल किला
  • वास्तुकार – अहमद एवं हमीद
  • मोती मस्जिद – औरंगजेब ने बनवायी ।
3. दिल्ली की जामा मस्जिद
  • भारत की सबसे बड़ी मस्जिद
4.आगरा की जामा मस्जिद
  • निर्माण – जहाँ द्वारा (बेटी)
  • दिल्ली के चाँदनी चौक का प्रारूप भी जहाँ द्वारा ने तैयार किया ।

औरंगजेब

1. बीबी का मकबरा औरंगाबाद
  • इसे रबिया उल दुर्रानी का मकबरा भी कहते हैं।
  • “ताजमहल की बूरी नकल” कहा जाता है।
  • इसे दक्षिण भारत का ताजमहल कहते हैं।
2. बादशाही मस्जिद –
  • लाहौर
3. सफदरजंग का मकबरा –
  • दिल्ली इसमें तिहरा गुम्बद है|

भारत का मध्यकालीन तिहास

हरियाणा CET सामान्य अध्ययन

भारत का इतिहास

Haryana CET for C & D { All Haryana Exam }

सामान्य अध्ययन

Haryana Common Entrance Test GROUP C & D

सामान्य विज्ञान

कम्प्यूटर

अंग्रेजी

हिन्दी

Haryana

Welcome to GK247 Haryana GK (तैयारी नौकरी की). GK247.IN is India’s most trending website for free Study Material like Haryana Current Affairs, Haryana GK (General Knowledge), General Studies, Reasoning, Mathematics, English & Hindi for exam like Haryana CET, HSSC Clerk, Haryana Police, Haryana Patwari, Haryana Civil Services, Haryana Gram Sachiv, HSSC Haryana Police Constable, HSSC Canal Patwari, HSSC Staff Nurse, HSSC TGT, HSSC PGT, Haryana Police Commando, HSSC SI / Government job recruitment examinations of Haryana State.

Haryana Common Entrance Test GROUP C & D

सामान्य विज्ञान

कम्प्यूटर

अंग्रेजी

हिन्दी

This section provide General Knowledge/ General Studies Question that may be useful for General Awareness part of Prelims Examination of Haryana State Civil Services exams, Haryana CET, HSSC Clerk, Haryana Police, Haryana Patwari, Haryana Gram Sachiv, HSSC Haryana Police Constable, HSSC Canal Patwari, HSSC Staff Nurse, HSSC TGT, HSSC PGT, Haryana Police Commando, HSSC SI & Various Other Competitive Exams. 

General Studies for All One Day Haryana Exams [HPSC, HSSC, Haryana CET etc.]

Content Own GK247.IN Copy Not Allow Sorry !!

error: Content is protected !!