गुप्तोतर काल
- पुष्यभूति वंश
- प्रभाकरवर्धन :- संस्थापक
- राजधानी थानेश्वर (हरियाणा)
- पुत्री राजश्री का विवाह कन्नौज के शासक गृहवर्मा/गृहवर्मन से कराया ।
- बंगाल के गौड वंश के शासक शशांक ने मालवा के शासक के साथ मिलकर गृहवर्मा की हत्या कर दी
- यशोमति ने अपने पति की बीमारी से दुःखी होकर आत्मदाह (सती) कर लिया ।
- शशांक ने राज्यवर्धन की भी हत्या कर दी ।
हर्षवर्धन (606-647 ई.पू.)
- राज्यभिषेक के समय हर्ष संवत् चलाया
- इसने शपथ ली कि “मैं धरती को गौडविहिन कर दूँगा”
- कन्नौज पर अधिकार किया तथा बहन राजश्री को जंगल में आत्मदाह करने से बचाया
- हर्ष ने सम्पूर्ण उत्तरभारत को विजित किया
- शशांक की मृत्यु के पश्चात् सम्भवतः बंगाल को भी जीता ।
- प्रारम्भ में – शैव, बाद में बौद्ध धर्म अपनाया ।
दक्षिण भारत को जीतने का प्रयास किया लेकिन चालुक्य शासक पुलकेसिन द्वितीय से पराजित हो गया |
- इसकी जानकारी – ऐहोल अभिलेख से मिलती
- है, जिसको रविकीर्ति ने लिखा था । इसमें हर्ष को उत्तरापथ स्वामी बताया गया है।
- कन्नोज में सर्वधर्म सम्मेलन का भायोजन करवाया हेनसांग ने इसकी अध्यक्षता की ।
- इस कारण ब्राह्मणो ने हेनसांग को विरोध किया । प्रत्येक 5 वर्ष पश्चात् हर्ष प्रयाग में “महामोक्ष परिषद” का द्वायोजन करवाता था । छठी महामोक्ष परिषद में हेनसाँग ने भाग लिया । हेनससँग के अनुसार हर्ष ने अपना सम्पूर्ण धन दान दे दिया ।
- हर्ष वर्धन विद्वान शासक था ।
इसने तीन नाटकों की रचना की :-
- नागानंद
- रत्नावली
- प्रियदर्शिका
- बाणभट्ट इसका दरबारी था ।
पुस्तके :-
- हर्षचरित
- कादम्बरी
- मयूर (दरबारी) की पुस्तक :- सूर्यशतक
त्रिपक्षीय संघर्ष (750 ई.पू.)

- कन्नौज पर अधिकार करने के लिए तीन वंशो ने लम्बे समय तक आपस में संघर्ष किया, इसे ही त्रिपक्षीय संघर्ष कहा जाता है।
गुर्जर प्रतिहार
- ये स्वयं को लक्ष्मण के वंशज मानते थे ।
- प्रतिहार – द्वारपाल
- ऐहोल अभिलेख (रविकीर्ति) में गुर्जरों का उल्लेख मिलता है।
नागभट्ट :- संस्थापक
वत्सराज
- इसके समय त्रिपक्षीय संघर्ष प्रारम्भ हुआ ।
- कन्नौज पर अधिकार करने के लिए पाल शासक धर्मपाल को पराजित किया लेकिन स्वयं राष्ट्रकूट शासक ध्रुव से पराजित हो गया ।
- इन्हे ‘रणहस्तिन्’ भी कहा जाता है।
(3) नागभट्ट द्वितीय
- पाल शासक धर्मपाल को पराजित किया लेकिन राष्ट्रकुट शासक गोविन्द तृतीय से पराजित हो गया ।
(4) मिहिरभोज
- प्रभास एवं आदिवराह की उपाधि धारण की ।
- पाल शासक देवपाल को पराजित किया
- पाल शासक नारायणपाल को मिहिरभोज ने पराजित किया ।
- मिहिरभोज ने कन्नौज को अपनी राजधानी बना लिया था ।
- अरब यात्री सुलेमान यात्रा पर आया । सुलेमान ने मिहिरभोज को अरबों का स्वाभाविक शत्रु बताया
- मिहिरभोज को मलेच्छो को नाशक कहा गया है।
- यह इस वंश का सबसे शक्तिशाली शासक था ।
(5) महेन्द्रपाल
- इसके दरबार में राजशेखर नामक विद्वान थे, जिन्होने कई पुस्तकों की रचना की यथा :-
- काव्य मीमांसा
- कर्पूर मन्जरी
- विशालभांजिका (भंजिका)
- बाल रामायण
(6) महिपाल
- राष्ट्रकुट शासक इन्द्र तृतीय ने कन्नौज पर आक्रमण कर महिपाल को पराजित किया । इन्द्र तृतीय ने कन्नोज को तहस-नहस कर दिया ।
राष्ट्रकूट
दन्तिदुर्ग :-
- संस्थापक
- राजधानी – मान्यखेत
कृष्ण प्रथम :-
- एलोरा के कैलाश मन्दिर (एकास्मक) का निर्माण ।
ध्रुव :-
- उपाधि – धारावर्ष
- गोविन्द तृतीय :-
- इस वंश का सबसे शक्तिशाली शासक
अमोघवर्ष :-
- वह विद्वान शासक था, जिसने विद्वानों को दरबार में शरण दी ।
- पुस्तक – कविराज मार्ग
- दरबारी विद्वान जिनसेन की पुस्तक ‘भादिवराह’
- दरबारी विद्वान महावीराचार्य पुस्तक ‘गणित सार संग्रह
कृष्ण तृतीय :-
- इसने अपने साम्राज्य का विस्तार कन्याकुमारी तक किया ।
पाल वंश
1. गोपाल
- बंगाल के प्रतिष्ठित लोगो द्वारा इसका चयन किया गया
- पाल वंश का संस्थापक
- बंगाल में आओदन्तपुरी विहार का निर्माण कराया
- पाल वंश ने बौद्ध धर्म को संरक्षण दिया ।
- भारतीय इतिहास में अन्तिम राजवंश जिसने बौद्ध धर्म को संरक्षण दिया ।
2. धर्मपाल :-
- विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना करवायी ।
3. देवपाल
- अरब यात्री सुलेमान ने इसे सबसे शक्तिशाली शासक बताया ।
- अल मसूदी ने राष्ट्रकुटों को सर्वाधिक शक्तिशाली बताया ।
4. महिपाल :-
- पाल वंश का द्वितीय संस्थापक कहा जाता है।
भारत का प्राचीन इतिहास
हरियाणा CET सामान्य अध्ययन
भारत का इतिहास
Haryana CET for C & D { All Haryana Exam }
सामान्य अध्ययन
Haryana Common Entrance Test GROUP C & D
Haryana
Welcome to GK247 Haryana GK (तैयारी नौकरी की). GK247.IN is India’s most trending website for free Study Material like Haryana Current Affairs, Haryana GK (General Knowledge), General Studies, Reasoning, Mathematics, English & Hindi for exam like Haryana CET, HSSC Clerk, Haryana Police, Haryana Patwari, Haryana Civil Services, Haryana Gram Sachiv, HSSC Haryana Police Constable, HSSC Canal Patwari, HSSC Staff Nurse, HSSC TGT, HSSC PGT, Haryana Police Commando, HSSC SI / Government job recruitment examinations of Haryana State.
Haryana Topic Wise
Haryana Common Entrance Test GROUP C & D
This section provide General Knowledge/ General Studies Question that may be useful for General Awareness part of Prelims Examination of Haryana State Civil Services exams, Haryana CET, HSSC Clerk, Haryana Police, Haryana Patwari, Haryana Gram Sachiv, HSSC Haryana Police Constable, HSSC Canal Patwari, HSSC Staff Nurse, HSSC TGT, HSSC PGT, Haryana Police Commando, HSSC SI & Various Other Competitive Exams.
General Studies for All One Day Haryana Exams [HPSC, HSSC, Haryana CET etc.]
