भारत के वायसराय
- 1858 के भारत परिषद् अधिनियम के अनुसार गवर्नर जनरल को वायसराय भी बना दिया गया।
- लॉर्ड केनिंग भारत का प्रथम वायसराय था ।
- लॉर्ड कैनिंग (1856-62)
- लॉर्ड एल्गिन प्रथम (1862-63)
- जॉन लॉरेन्स (1863-69)
- लॉर्ड मेयो (1869-72)
- लॉर्ड नॉर्थब्रुक (1872-76)
- लॉर्ड लिटन (1876-80)
- लॉर्ड रिपन (1880-84)
- लॉर्ड डफरिन (1884-88)
- लॉर्ड लैंड्सडाउन (1888-94)
- लॉर्ड एल्गिन – द्वितीय (1894-99)
- लॉर्ड कर्जन (1899-1905)
लॉर्ड कैनिंग (1856-62)
- यह कम्पनी का अंतिम गवर्नर जनरल एवं वायसराय था ।
- इसके समय ही युरोपीय सेना के द्वारा श्वेत विद्रोह हुआ था ।
- 1856 में विधवा पुर्नविवाह अधिनियम पारित हुआ (धारा 15) ईश्वर चन्द्र विद्यासागर के प्रयासो से यह कानून बनाया गया था
- 1857 की क्रान्ति के समय गवर्नर जनरल था ।
- 1857 में कलकत्ता, बॉम्बे व मदास में विश्वविद्यालय बनाये गयें । (लंदन विश्वविद्यालय की तर्ज प२)
- 1861 में इण्ण्डयन हाइकोर्ट एक्ट पारित हुआ तथा कालान्तर में बॉम्बे, मदास में हाइकोर्ट की स्थापना की गई।
- C.P.C Civil Procedure Court
- Cr.P.C Criminal Procedure Court
- I.P.C को अलग किया Indian Penal Court
- 1860 में जेम्स विल्सन के नेतृत्व में आर्थिक सुधार कियें ।
- पहली बार बजट पेश किया गया ।
- (500 रुपये से अधिक आय पर 1% कर लगाया जाता था ।)
- विधवा पुनर्विवाह को प्रोत्साहन दिया था।
जॉन लॉरेन्स (1863-69)
- कैम्पबेल की अध्यक्षता में अकाल आयोग बनाया गया था ।
- 1865 में कलकत्ता, मुम्बई, मदास के न्यायलयों कि स्थापना की।
- भारत से ब्रिटेन के बीच समुदी टेलीग्राम (तार) सेवा शुरू की।
- अफगानिस्तान के प्रति इसने कुशल अकर्मण्यता की नीति अपनाई ।
- (कुशल अकर्मण्यता शब्द का प्रयोग J. W. S. वाईली ने किया था ।
लॉर्ड मेयो (1869-1872)
- मेयो ने भारत में वित्तीय विकेन्द्रीकरण की नीति की शुरुवात की ।
- इसने बजट घाटे को कम किया
- कठियावाड एवं अलवर को इसने भ्रष्टाचार एवं कुशासन के आधार पर दण्डित किया ।
- इसने अजमेर में मेयो कॉलेज की स्थापना की ।
- 1872 में इसने एक कृषि विभाग की स्थापना की
- मेयो के शासनकाल में 1872 ई. में सर्वप्रथम प्रायोगिक जनगणना करवाई गई ।
लार्ड नार्थब्रुक (1872-76)
- कूका द्वान्दोलन का दमन किया था ।
- ब्रह्म मैरिज एक्ट 1872 पारित कर बाल विवाह पर प्रतिबंध ।
- लॉर्ड नार्थबुक मुक्त व्यापार का समर्थक था ।
लॉर्ड लिटन (1876-80)
- ‘आओवेन मेरेडिथ’ नाम से साहित्य लिखता था ।
- 1877 में दिल्ली दरबार का आयोजन किया गया तथा महारानी विक्टोरिया को केसर-ए-हिन्द की उपाधि दी थी।
- रिचर्ड स्ट्रेची के नेतृत्व में अकाल आयोग की स्थापना की गई।
- वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट (1878)
- (वर्नाक्यूलर – स्थानीय भाषा)
- देशी/स्थानीय भाषा के समाचार पत्र सरकार के खिलाफ लिखने पर जब्त कर लिये जायेंगे ।
- लिटन ने अलीगढ में एक मुस्लीम-ऐग्लो प्राच्य महाविद्यालय कि स्थापना कि तथा सिविल सेवा कि उम्र घटाकर 21 से 19 कर दिया ।
- इसे गैगिंग एक्ट (Gagging Act) (मुँह बन्द रखना) भी कहा जाता है।
वैधानिक जनपद सेवा (1879)
- लिटन ICS में भारतीयों का प्रवेश रोकना चाहता था इसलिए उसने नई सेवा शुरू की। इनका पद तथा वेतन ICS से कम होता था ।
- इनकी संख्या ICS की 1/6 होती थी ।
- ICS की अधिकतम आयु 19 वर्ष कर दी गई।
- सत्येन्द्र नाथ टैगोर प्रथम भारतीय ICS थें ।
- 1886 में लोक सेवा आयोग की स्थापना की गई
- 1919 के भारत परिषद अधिनियम में केन्द्रीय लोक सेवा आयोग की स्थापना की गई ।
- 1935 के भारत शासन अधिनियम में संघीय लोक सेवा आयोग की स्थापना की गई।
- जो बाद में UPSC बन गया ।
लॉर्ड रिपन (1880-84) अच्छा रिपन
- यह अच्छी प्रवृति का व्यक्ति था ।
- 1881 में प्रथम नियमित जनगणना करवाई ।
- प्रथम कारखाना अधिनियम 1881 लागू हुआ ।
- 1881 में रिपन मैसूर वापस लौट गया था ।
- 1882 में वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट बंद कर दिया था ।
- 1882 में भारत में स्थानीय स्वशासन की शुरुआत की गई । (नगरपालिका, नगरबोर्ड आदि बनाये गये)
- 1882 में भारत में शिक्षा सुधार किये गयें ।
- इसके लिए ‘हन्टर आयोग’ बनाया गया था।
- प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा में सुधार किये जायेंगें ।
- इलबर्ट बिल विवाद (1883-84) के कारण इन्हे कार्यकाल समाप्त होने से पूर्व त्यागपत्र देना पडा ।
- इस विवाद को श्वेत विद्रोह कहा जाता है।
- इल्बर्ट बिल विवाद : (1883)
- कोई भी भारतीय न्यायाधीश फौजदारी मामले में अंग्रेज मुजरिम को नहीं सुन सकता था।
- इसमें P.C. इल्बर्ट विधि सदस्य (Legal Member) था ।
- मिस्त्र में भारतीय सेना भेजने के सवाल पर रिपन ने इस्तीफा दे दिया था ।
- फलोरैस नाइटिंगेल ने रिपन को भारतीयों का उद्धारक कहा था ।
लॉर्ड डफरिन (1884-88)
- 28 दिसम्बर 1885 को कांग्रेस की स्थापना हुई थी । (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)
- इसके समय (1885-88) तृतीय आंग्ल-वर्मा युद्ध हुआ वर्मा को अंग्रेजी राज्य में मिला दिया ।
लॉर्ड लैड्सडाउन (1888-94)
- भारत – अफगानिस्तान के बीच दुरण्ड लाइन खिंची गई थी ।
- 1891 – दूसरा कारखाना अधिनियम लागू हुआ ।
- इसके तहत महिलाओं से 11 घंटे प्रतिदिन से अधिक काम पर प्रतिबंध एवं सप्ताह में एक दिन अवकाश की व्यवस्था की ।
लॉर्ड कर्जन (1899-1905)
- तिलक ने कहा था “कैसा दुर्भाग्य है अकाल, प्लेग, और कर्जन तीनों भारत एक साथ आयें ।”
- एंटनी मैक्डॉनाल्ड अकाल आयोग
- सिंचाई आयोग – स्कॉट मानक्रिफ
- पुलिस आयोग – एंड्रयू फेजर
- विश्वविद्यालय अधिनियम (1904) लागू हुआ ।
- रॉबर्टसन के नेतृत्व में भारत में रेलवे सुधार किये थे।
- सबसे अधिक रेलवे का विकास कर्जन के समय में हुआ था ।
- कलकत्ता नगर निगम अधिनियम (1899)
- कर्जन ने नगर निगम में सरकारी सदस्यों की संख्या बढ़ा दी । 81
- भारतीय टंकण एवं पत्र मुद्रा अधिनियम (1899)
- पौण्ड को भारत में वैध किया गया तथा 1 पाउण्ड 15 रूपये होगा
- रूपये को स्वर्ण प्रमाप पर रखा गया था ।
- सहकारी समिति अधिनियम (1904)
- किसानों को सस्ती दरों पर ऋण उपलब्ध करवाने के लिए
- प्राचीन स्मारक संरक्षण अधिनियम (1904)
- 1904 में पुरातत्व विभाग की स्थापना की गई ।
- 1903 में यंगहसबैंड के नेतृत्व में तिब्बत पर आक्रमण कर दिया । चुंबी घाटी पर 75 वर्षों के लिए अधिकार कर लिया ।
1905 में बंगाल विभाजन किया ।
बंगाल विभाजन (1905)
पूर्वी बंगाल
- बांग्लादेश + असम ,राजधानी ढाका ,1.90 करोड – मुस्लिम ,1.20 करोड – हिन्दू ,धार्मिक अल्पसंख्यक
पश्चिमी बंगाल
- प. बंगाल + बिहार + उडीसा ,राजधानी कलकत्ता ,4.50 करोड – गैर बांग्ला भाषी ,90 लाख बांग्ला भाषी ,भाषायी अल्पसंख्यक
कर्जन ने विभाजन का कारण प्रशासनिक अव्यवस्था बताया लेकिन उसका वास्तविक उद्देश्य बंगाली हिन्दुओं में बढ़ती राष्ट्रवादी भावनाओं को कुचलना था ।
कर्जन के सैनिक सुधार
- सेनापति किचनर ने सैनिको के लिए किचनर टेस्ट शुरू किया ।
- क्वेटा (पाक) में सैनिक अधिकारियों के मिलिट्री प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई।
- सैनिक सदस्य की नियुक्ति पर कर्जन तथा कियनर में विवाद हो गया तथा कर्जन ने इस्तीफा दे दिया ।
लार्ड चेम्सफोर्ड
- कांग्रेस के लखनऊ अधिवेशन 1916 से कांग्रेस का एकीकरण एवं मुस्लीम लीग से समझौता
- 1919 के संवैधानिक सुधार अधीनियम द्वारा प्रांतो में द्वैध शासन लागू ।
- खिलाफत एवं असहयोग आंदोलन शुरू हुआ था ।
लार्ड इरवीन
- 1927 में साइमन कमीशन की नियुक्ति
- 1929 में शारदा एक्ट पारित
- 1929 में लाला लाजपतराय की मृत्यू एवं असेम्बली में बम फेंका गया ।
- 12 नवम्बर 1930 को लंदन में प्रथम गोलमेज सम्मेलन
लार्ड बेवेल
- 1945 में शिमला समझौता
- 12 मार्च 1946 को कैबीनेट मिशन भारत द्वाया
- इनके समय में संविधान सभा की प्रथम बैठक हुई थी।
सी. राज गोपालचारी
- स्वतंत्र भारत के प्रथम भारतीय एवं अंतिम गवर्नर जनरल
- 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू किये जाने के बाद गवर्नर जनरल का पद समाप्त कर दिया ।
भारत का आधुनिक इतिहास
हरियाणा CET सामान्य अध्ययन
भारत का इतिहास
Haryana CET for C & D { All Haryana Exam }
सामान्य अध्ययन
Haryana Common Entrance Test GROUP C & D
Haryana
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